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  • Author: Dr Rajendra Sanjay
  • Author: Mateen Khan
  • Author: Shakeel Akhtar

Maidaan-e-Ishq

 True Story That Awakens Passion for Sports and Love 

Books come in many forms. Some narrate events, some weave enchantment, and some transport you into a world where you feel that the book somehow belongs to you as well. I place my book into the third category of books under spiritual creativity—a kind of creation that carries you along with it.

My book Maidan-e-Ishq falls into this very category. I have mentioned  that this book is the story of a boy immersed in the love of cricket. In fact, sport is something naturally embedded within us. Some people become players, while others become masters of observing and analyzing the finer details of the game. In everyday language, we call such people sports enthusiasts—and I am a true   lover of cricket.

Price ₹399.00

Rangmanch Natya Shilp

भारतीय मान्यता है कि ब्रम्हा ने ऋग्वेद से शब्द, सामवेद से गीत-संगीत, यजुर्वेद से अभिनय तथा अथर्ववेद से रस लेकर नाट्यवेद की रचना की। यह नाटक दैनिक जीवन में मनुष्य के साथ गहराई से जुड़ा हुआ है। जब तक मानव के पास मन है, आघात-प्रत्याघात का स्पंदन है तबतक मनुष्य के अंदर-बाहर नाटक चलता रहता है। सुख-दुःख, हास्य-रुदन, मिलन-विरह, प्रेम-घृणा, समर्पण ईर्ष्या, दोस्ती-दुश्मनी, आदि अपने-अपने रंग-रूप दर्शाते रहते हैं।

नाटक चाहे अभिजात्य वर्ग के लिए हो या जनसाधारण के लिए लोकनाटक, सबका उद्देश्य होता है मनुष्य के विभिन्न मनोभावों को उकेरना। नाटकीय ढंग से उकेरे गए इन मनोभावों का असर दर्शकों पर कमाल का होता है। दर्शक इसी कमाल के चलते नटों (कलाकारों) के फैन बन जाते हैं।

Price ₹299.00

Vriksham Sharanam Gachhami

वृक्ष हमारे जीवन का अविभाज्य अंग हैं। वृक्षों के बिना जंगल और जंगल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। जंगल हमारे पर्यावरण को परिष्कृत, सुरक्षित और संतुलित रखते हुए हमारे जीवन को रोगमुक्त तथा दीर्घायु बनाने की क्षमता रखते हैं। परंतु इस सत्य को दरकिनार कर जंगलों का कटना अबाध रूप से जारी है। इसका विपरीत प्रभाव न केवल पर्यावरण पर पड़ रहा है, बल्कि जीवों का अस्तित्व भी ख़तरे में पड़ गया है।

लोगों में पर्यावपण के प्रति जागृति भरने के लिए ‘वृक्षम् शरणम् गच्छामि’, ‘रहिमन पानी राखिए’, ‘ये आबादी कितनी बर्बादी’, ‘प्राणवायुः शत-शत प्रणाम’, ‘स्वच्छता देवालय है’ तथा ‘ध्वनि प्रदूषण है खरदूषण’ की रचना हुई। लोक नाट्यों को संक्षिप्त संस्करण के रूप में लेखक ने गायन व वाचन कर आकाशवाणी मुंबई ने धारावाहिक रूप में प्रसारित करके लोकहित में एक महत उद्देश्य की पूर्ति करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

Price ₹499.00

Environmental Challenges...

Desire propels humanity, shaping societies either constructively or destructively. While luxury is an inherent human aspiration, unchecked consumption accelerates environmental degradation. Modern households, inundated with consumer goods—sprays, detergents, plastic bags, and vehicles—contribute to pollution and ecological imbalance. Aerosols deplete the ozone layer, air conditioners exacerbate indoor pollution, and industrial expansion poisons water bodies. The relentless march of industrialization and urbanization suffocates the environment, from vehicular emissions to the toxic byproducts of energy production.

Price ₹499.00

BHOJPURI FILMOGRAPHY AUR...

पुस्तक में भोजपुरी फिल्मोग्राफी और इंडेक्स है, जो पहली फिल्म से 90 के दशक के अंतक की तमाम जानकारी समेटे है। ये काम जितना आसान लगता है, उतना है नहीं। पत्र-पत्रिकाओं में इनकी सामग्री नहीं मिलती थी, ना कहीं रिकॉर्ड उपलब्ध थे। सरकारी, गैर-सरकारी और निजी संस्थाओं में भी नहीं थे। लेखक ने दर्जनों जगहों से सारे विवरण जुटा कर बरसों की गोर तपस्या से यह किताब तैयार की है। फिल्म-उद्योग पत्रिका ट्रेड गाईड का भी गहन सहयोग मिला। पुस्तक के दोनों हिस्से यानी इंडेक्स औरफिल्मोग्राफी संकलित हुए हैं

भोजपुरी फिल्मों के साथ दूसरी बोलियों मगही, मैथिली, अवधी, ब्रजभाषा, बुंदेली, मालवी, छत्तीसगढ़ी, गढ़वाली, कुमाऊनी, राजस्थानी तथा उनसे निकली नेपाली भाषा की पहली फिल्म से स 1999 तक बनी फिल्मों का इंडेक्स भी इस पुस्तक में शामिल है।

यह शोध कार्य शिक्षा संस्थानों तथा शोधार्थियों के लिए बहुत ही उपयोगी है। 

Price ₹499.00

Rishtey Qareeb Ke

इस पुस्तक के लेखक डॉ. राजेंद्र संजय अपने दिल की बात बताते हुए कहते हैः- “कवि की पहचान उसकी कविता है। मेरी कविताओं को एक बुज़ुर्ग शायर ने सुना। सुनकर वह बहुत प्रभावित हुए और सलाह दी कि मैं अपने संस्कृत बहुल शब्दों पर उर्दू की चाशनी चढ़ाऊँ। यह मुझे बहुत दूर तक ले जाएगी। काफी उधेड़-बुन के बाद मुझे अहसास हुआ कि बुज़ुर्ग का कहना बिल्कुल सही था।                           

मुश्किल में जो काम आता है उससे दिल का रिश्ता जुड़ जाता है। दरअस्ल, ये रिश्ते इंसानी ज़िंदगी में वह सीढ़ी हैं जिनके सहारे इंसान किसी भी ऊँचाई को छू सकता है।यह रिश्ता ही ख्वाबों को जन्म देता है, उनमें उड़ान भरता है, यह इंसान को कहाँ से कहाँ पहुँचा देता है। इंसान इसी की बदौलत देवत्व को भी हासिल करता है। रिश्ते हैं तो सबकुछ है वरना कुछ भी नहीं है।

Price ₹399.00

Dil hi to Hai

E BOOK-Dil Hi To Hai @ 149

100 से अधिक भावपूर्ण कविताओं का गुलदस्ता है-‘दिल ही तो है।’

शकील अख़्तर के इस कविता संग्रह में प्यार के रंग भी है और आज के हालात भी। ऐसे गीत भी हैं जो देशभक्ति का जज़्बा जगाते हैं।

मशहूर शायर स्वर्गीत डॉ.राहत इंदौरी ने अपनी समीक्षा में लिखा था -‘शकील के नज़दीक शायरी, खुली फिज़ां में सांस लेने और अनदेखी बुलंदियों में उड़ान भरने की कला है।’

चर्चित कवि गीत चतुर्वेदी लिखते हैं- ‘शकील की कविताएं दिल की बातें हैं। जो आज़ाद ख़याल ग़ज़ल, नज़्म, कविताओं और सिने गीतों की शैली में पन्नों पर उतरती हैं’।

संगीतकार अनु मलिक कहते हैं- ‘शकील अहसासों के शायर हैं, वो दिल से, रूह से कविताएं और गीत लिखते हैं।’

Price ₹300.00
Jai Hind Subhash
  • Online only
  • Out-of-Stock

Jai Hind Subhash

E BOOK-Jai Hind Subhash @ 149.00

जयहिंद सुभाष 

नेताजी सुभाष चंद्र बोस के स्वतंत्रता संग्राम को समर्पित नाटक है ‘जयहिंद सुभाष’। नाटक में बालक, किशोर, युवा और प्रौढ़ सुभाष चन्द्र बोस के भारत की स्वाधीनता के संघर्ष की प्रमुख घटनाओं का चित्रण किया गया है।

यह ऐतिहासिक नाटक सत्य घटनाओं पर आधारित है। नाटक के गीत-संगीत में, आजाद हिन्द फौज के मूल गीतों का भी उपयोग किया गया है।

क्रांतिकारियों के जीवन पर 35 पुस्तकों का लेखन करने वाले श्री सत्यनारायण शर्मा और सुभाष चंद्र बोस से जुड़े साहित्य के अध्धयनकर्तातपन मुखर्जी ने इस नाटक की प्रशंसा है। इसे आज़ादी के अमृत महोत्सव के समय में लिखी गई एक उपयोगी नाट्य कृति बताया है।

जाने-पहचाने लेखक और पत्रकार शकील अख़्तर ने इस नाटक का लेखन किया है

Price ₹149.00

Hello Sekshpeer

E BOOK-Hello Shakespear @ 149.00

‘हैलो शेक्सपियर’ एक प्रयोगधर्मी नाटक है। इसमें शेक्सपियर के लिखे 6 प्रमुख नाटकों के विशिष्ट दृश्यों को संयोजित किया गया है।

यह नाटक हैं-मैकबेथ, किंगलियर, हैमलेट, ऑथेलो, रोमियो जूलियट और जूलियस सीज़र। इनमें ज़यादातर शेक्सपियर के बेहद सफल और चर्चित ट्रैजिडी नाटकों की झलक हैं। नाटक में ख़ुद शेक्सपियर एक किरदार के रूप में मौजूद है।

वरिष्ठ रंग निर्देशक और बाल रंगमंच के विशेषज्ञ हफीज़ ख़ान की संकल्पना पर आधारित इस नाटक लेखन भारत के जाने-पहचाने लेखक-पत्रकार शकील अख़्तर ने किया है।

Price ₹249.00
Durga Bhabhi
  • Online only
  • Out-of-Stock

Durga Bhabhi

E BOOK-Durga Bhabhi @ 149.00

‘दुर्गा भाभी: अंडरकवर पोस्ट बॉक्स’ एकल नाटक है।

देशभक्ति पूर्ण यह ऐतिहासिक नाटक महिला क्रांतिकारी दुर्गावती वोहरा के जीवन पर आधारित हैं। वे स्वतंत्रता संग्राम की साक्षी भी थीं और सहभागी भी। क्रांतिकारियों में वे दुर्गा भाभी के नाम से पहचानी जाती थीं। इस क्रांति-कथा में 1920 से 1931 के बीच के घटनाक्रम हैं। इसी काल में चंद्रशेखर आज़ाद और भगत सिंह जैसे महान क्रांतिकारियों ने अंग्रेज़ों के खिलाफ़ बलिदानी संघर्ष किया था।

रंगमंच की इस प्रस्तुति का लेखन जाने-पहचाने लेखक और पत्रकार शकील अख़्तर ने किया है। नाटक के लेखन में दुर्गावती के संपर्क में रहे वयोवृद्ध लेखक श्री सत्यनारायण शर्मा का मार्गदर्शन रहा है।

इस नाटक की ऐतिहासिक उपन्यासकार डॉ. शरद पगारे और फ़िल्म निर्माता, लेखक और दूरदर्शन व ऑल इंडिया रेडियो के पूर्व अतिरिक्त महानिदेशक श्री राजशेखर व्यास ने प्रशंसा की है।

Price ₹149.00

Jungle City

e book - Jungle City @ 149.00

प्राणियों के प्रति संवेदना जगाता ‘जंगल सिटी’ एक दिलचस्प नाटक है। इसमें ज़्यादातर प्राणियों के किरदार हैं।

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली में शैक्षणिक मामलों के पूर्व डीन डॉ. (प्रो) अभिलाष पिल्लई के मुताबिक - ‘यह नाटक मनुष्यों और जानवरों के बीच संबंधों की पड़ताल करता है। इस बात पर ध्यान आकर्षित करता है कि हम जानवरों को कैसे देखते हैं और प्राणी हमें कैसे देखते हैं।

यह नाटक हमें प्रसिद्ध नाटकों और फिल्मों जैसे ‘जंगल बुक’ और ‘लायन किंग’ की मेमोरी लेन में भी ले जाता है। यह नाटक रंगमंचीय प्रयोगों, चिल्ड्रन वर्कशॉप्स के साथ स्कूल सेलिब्रेशन या वार्षिक आयोजनों के भी योग्य है’।

नाटक का लेखन जाने-पहचाने पत्रकार और लेखक श्री शकील अख़्तर ने किया है।

Price ₹299.00

Monia The Great

महात्मा गांधी की 150 वीं जयंति वर्ष में उनके बचपन पर लिखा शकील अख़्तर का यह बहुप्रशंसित नाटक है।

शोध आधारित इस नाटक में महात्मा गांधी के 7 साल की उम्र से 18 साल की उम्र तक यानी 1876 से 1887 के बीच गुज़रे अहम प्रसंग हैं।

नाटक के पहले दो शोज़ नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली (भारत) में हुए हैं। सीनियर थिएटर डायरेक्टर हफीज़ ख़ान के निर्देशन में इन शोज़ में 23 बाल कलाकारों ने काम किया था।

एनएसडी के रजिस्ट्रार पीके मोहंती के शब्दों में, बच्चों के लिये यह प्रेरक और शिक्षाप्रद नाटक है।

हफीज़ ख़ान कहते हैं, ‘नाटक में महात्मा गांधी के बाल जीवन के वो अहम प्रसंग हैं जिन्होंने उन्हें ‘मोनिया दि ग्रेट’ बनाया।

Price ₹299.00