Chambal ke Shorya
(₹249.00 Per Pcs)
घोड़ों की टॉप, गरजती बंदूक, थर्राते बीहड़ यही चम्बल की पहचान दुनियां जहान को नज़र आती है। पर हकीकत यही सच नहीं। शौर्य, पराक्रम और स्वाभिमान की प्रतीक चम्बल घाटी के डाकुओं के आतंक ने भले ही हमारे देश की कई सरकारों को कई दशकों तक हिलाया हो। लेकिन बहुत ही कम लोग जानते हैं कि हृदय परिवर्तित होने पर चम्बल के इन्हीं बागियों ने दमनकारी अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ क्रांतिकारियों को न केवल हथियार व गोला बारूद मुहैया कराए बल्कि उनको सुरक्षित आश्रय देकर आजादी की लड़ाई में कंधे से कंधा मिला कर साथ भी दिया। ऐसे ही अनगिनत गुमनाम क्रांतिकारियों को समर्पित है "चम्बल का शौर्य"
AUTHOR
रंगकर्म और लेखन से ताल्लुकात रखने वाले पवन सक्सेना को इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया का कई वर्षो का लंबा अनुभव है। आपने कई जाने माने हिंदी धारावाहिक जैसे कि सावधान इंडिया, क्राइम पेट्रोल, संत नरसी, नो अबाउट नॉन के अलावा रियल्टी शो डांसिंग स्टार का भी लेखन कार्य किया है। आप सिनेमा जगत की मासिक पत्रिका "फिल्म्स टुडे" पॉलिटिकल मैगज़ीन "आई ओपनर" एवं आध्यात्मिक पत्रिका "साक्षी दर्शन" का भी संपादन कर चुके हैं। देश के कई समाचार पत्रों एवं पत्र पत्रिकाओं में विभिन्न मुद्दों पर आधारित आपके आलेख प्रकाशित हुए है।
कला संस्कृति से जुड़ी कई महान विभूतियों जैसे कि सुप्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पंडित जसराज, बांसुरी वादक पंडित हरिप्रसाद चौरसिया,आचार्य पंडित सुखदेव महाराज एवं उनकी पुत्री कत्थक क्वीन सितारा देवी,पंडवानी गायिका तीजन बाई जैसी कई महान हस्तियों पर लिखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।अन्ना आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाते हुए इन्होंने "वॉइस ऑफ कॉमन मैन" समाज सेवी संगठन का सृजन किया।
राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय शिविर से प्रशिक्षित पवन सक्सेना को आकाशवाणी, दूरदर्शन एवं कई सामाजिक संस्थाओं द्वारा उनके उत्कृष्ठ कार्य के लिए सम्मानित किया गया है।
नाट्य क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए बीकेसी, इस्कॉन मुंबई द्वारा“राधाकृष्ण उत्सव 2008 में सम्मानित किया गया है ।
साहित्य अकादमी,मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद, संस्कृति विभाग द्वारा पवन सक्सेना को वर्ष 2018 में लिखित कृति "चंबल का शौर्य"(संवाद पटकथा लेखन) के लिए अखिल भारतीय नरेश मेहता पुरुस्कार से सम्मानित किया गया है।
नई दिल्ली में जीकेसी द्वारा हिंदी सिनेमा में सक्रिय योगदान के लिए 2022 का “महादेवी वर्मा स्मृति सम्मान पुरुस्कार भी प्राप्त हुआ।
Specific References
- isbn
- 978-81-968561-1-3
Ansu
‘Aansu’ is based on sexual assault on child. This covers village politics & crimes, life & sins of Mumbai eunuchs, human behavior in times
Narrative of Ansu revolves around a myth of eunuch’s words don’t go empty. What they will say, it will happen in your life
This book is a chronicle of birth to death of our protagonist Ramu
Book is based on author’s experience of the society as a crime and investigative journalist for more than 3 decades
आंसू, दरअसल बाल यौन अत्याचार से छलनी जिस्म में बसी बेबस रूह का रुदन है
वासना के भूखे भेड़ियों का झुंड लगातार लपलपाती जीभें और आंखों में हवस भरे चारों तरफ घूमते हैं, उनके बीच जो फंस गया, उसका जिस्म और रूह, दोनों छलनी होना तय हैं
मुख्य किरदार रामू जो इन भूखे भेड़ियों के बीच फंस गया, उसका क्रंदन सुनने वाला कोई नहीं
Bar Bandagi
मुंबई के डांस बारों पर एक किताब लिखने चला तो ‘बांबे बार – चिटके तो फटके’ तैयार हो गई। उसके बाद काम किया, तो ‘बारबंदी – बरबाद बारों की बारात’ भी तैयार हो गई। उसके बावजूद इतना मसाला बचा रह गया कि एक और किताब तैयार हो जाए, लिहाजा बारबंदगी ने आकार ले लिया।
मुंबई के डांस बार पूरी दुनिया के कैनवस पर सतरंगी और बदरंगी सपनों का संसार हर रोज रचता है। इसमें जो झिलमिलाते सितारे हैं, वह पीछे से दर्द के तारों से बंधा है।
महाराष्ट्र सरकार भले ही कहे कि राज्य में बारबंदी है, सच तो यह है कि हर जगह ‘बारबंदगी’ जारी है। रिश्वत और भ्रष्टाचार के जरिए इनकी रंगीनियां सारी रात गुलजार रहती हैं।
बारबंदी किताब में जहां बारों पर ताला जड़ने और उसके संघर्ष की दास्तान ऊभर कर सामने आई, वहीं बारबंदगी में डांस बारों के ऐसे विषयों पर चर्चा की है, जो रहस्य की श्रेणी में आते हैं।
Murde Itihas Nahi Likhte
रुचि और अति उत्साह वाली कहानीकार अलका अग्रवाल ने अपनी कहानियों के मार्फत ध्यान आकर्षित किया है। जीवन में दोस्ती, रिश्तेदारियों, समाज, आदर्शवादी मनुष्यता का स्त्रियोचित प्रसाद इन कहानियों में बिखरा है। ये कहानियां अपने युग का प्रतिनिधित्व करती हैं। तब की लड़कियाँ और स्त्रियों की कहानी और उनका समय पूरे शबाब पर है। आज भले ही वक्त बीत चुका हो, अलका अग्रवाल की कहानियां आज भी वही असर छोड़ती हैं। अलका अग्रवाल की कहानियों में भूमंडल और नगर जीवन की अतिआधुनिक संवेदनशीलता के साथ सामने आती हैं। मुदे इतिहास नहीं लिखते कथा संग्रह की कहानियों में आभा है, भविष्य के अंकुर हैं, जीवन गाथा के स्फुट चित्र हैं। अलका स्त्री विमर्श की कहानियां लिखती हैं। एक महानगर में गृहस्थी के अंतरविरोधों से निकल कर इस कहानीकार ने इन कहानियों को जन्म दिया है। ये कहानियां मन को आलोड़ित करती हैं, झकझोरती हैं।
Red Beret
प्रियदर्शिनी देश की प्रधानमंत्री, जिनके लिए भारत की संप्रभुता सबसे ऊपर है। अमरीका ने खतरनाक सीआईए एजंट रॉबर्ट को प्रियदर्शिनी वध का जिम्मा सौंप रखा है। रॉबर्ट हमले की योजनाएं बनाता है, हर हमले का उसे रेड बैरेट से मुंहतोड़ जवाब मिलता है।
सेना के विभाग टेक्टिकल एक्शन ग्रुप (टेग) के बैनर तले काम करने वाले अज्ञात ग्रुप का कोड नेम रेड बैरेट है।
रेड बैरेट के पास सिर्फ एक काम है - हर हाल में प्रधानमंत्री की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाना, दुश्मनों के एक्टिव होते ही दबोच कर सूचनाएं हासिल करना और मार गिराना।
रेड बैरेट के लिए सीमाओं का बंधन नहीं है। इन्हें सारी दुनिया में काम करने के लिए मुक्त रखा गया।
रेड बैरेट उपन्यास पूरे घटनाक्रम का रोमांचक और लोमहर्षक वर्णन पेश करता है। भारतीय सैन्य खुफिया इकाई की जाबांजी के तमाम किस्सों में से कुछ रेड बैरेट में पेश करता है।
Cleaner
मुंबई अंडरवर्ल्ड अनगिन रहस्य समेटा कहानियों का समंदर है। बस किसी के अंदर तक गोता लगा कर बाहर निकाल लाने की देर है।
किताब क्लीनर में लाशें ठिकाने लगाने वाले पेशेवरों की पूरी दास्तान है, जो आपको हर हर्फ के साथ चौंकाती है।
क्लीनर पाठक को तब तक खुद से जोड़े रखती है, जब तक कि वह इसे खत्म न कर ले।
Cleaner, a novel based on underworld, is first of it’s kind in the Hindi literature. All the charterers and events of the stories are based on a true event of sin and sinister of the world of criminality.
Vivek Agrawal picked up story of a professional dead body cleaning agent of Mumbai underworld, who is operating in disguise with his 2 friends. Backdrop of the Indian Mafioso and blending with literary allegory will keep you engaging till you end the novel.
Corona Uncos
E BOOK-CORONA UNCOS
Corona Uncos is a collection of stories that are very heart warming or terribly heart wrenching. While some stories might shatter your faith in humanity, some of them will not fail to bring a smile on your face.
This book is completely dedicated to the known and unknown Corona Warriors. 150 such stories have been written and compiled by Tanisha Agrawal.
Bombay Bar
मुम्बई की बारबालाओं की अब तक अनकही दास्तान को बयान करती है। बारबालाओं की जिन्दगी की उन सच्चाइयों से परिचित कराती है जो निहायत तकलीफदेह हैं।
अपने हुस्न और हुनर से दूसरों का मनोरंजन करती हैं यह उनकी जाहिर दुनिया है। लेकिन शायद ही कोई जानता होगा कि दूर किसी शहर में मौजूद अपने परिवार से अपनी सच्चाई को लगातर छुपाती हुई वे उसकी हर जिम्मेदारी उठाती हैं। वे अपने परिचितों की मददगार बनती हैं। लेकिन अपनी हसरतों को वे अकसर मरता हुआ देखने को विवश होती हैं।
कुछ बारबालाएँ अकूत दौलत और शोहरत हासिल करने में कामयाब हो जाती हैं, पर इसके बावजूद जो उन्हें हासिल नहीं हो पाता, वह है सामाजिक प्रतिष्ठा और सुकून-भरी पारिवारिक जि़न्दगी।
नाउम्मीदी-भरी इस दुनिया में शर्वरी सोनावणे जैसी लड़की हैं जो बारबालाओं को जिस्मफरोशी के धन्धे में धकेलनेवालों के खिलाफ कानूनी जंग छेड़े हुए है।
BarBandi
A book based on social evils and crime and the world of infamous dance bar of Mumbai and Maharashtra. This is a research based book about dance bars, it’s effects – impacts of society, economy, country. How the government of Maharashtra banned the dance bars in Maharashtra despite Supreme Court judgements. Author of Bar Bandi focus on social and financial crisis of bargirls and stigma they faced.
मुंबई के डांस बारों पर पाबंदी लगने के पहले और बाद के हालात पर विहंगम दृष्टिपात करती एक किताब लिखने का इरादा था। जब काम शुरू हुआ तो मुंबई के डांस बारों की 12 आंसू बहाती बुलबुलों की दास्तां ‘बांबे बार’ में समेटीं, जिसे पाठकों ने खूब सराहा।
डांस बारों का लेखा-जोखा, उसके इतिहास से वर्तमान तक हर पहलू पर नजर डालने के उपक्रम में मेरी भी बार-बंदी किताब तैयार हो गई।
Achoot Kutta
E BOOK-Achoot Kutta @ 199.00
भारत ही नहीं, पूरा विश्व अजब-गजब किस्म की परंपराओं और रीतियों से भरा है। उनके पीछे वैसे ही अजब-गजब तर्क भी पेश किए जाते हैं।
अजब दुनिया है, जितनी रंगीन है यहां जिंदगी, उतने ही काले रंग हैं यहां जीवन में। कुछ बुरे रिवाज समाज में हैं, जो बनाते हैं इंसान को हैवान। ऐसा सिर्फ भारत में नहीं हो रहा। सारी दुनिया कुरीतियों से शापित हो चली है।
इन अभिशाप ने न केवल महिलाओं बल्कि पुरुषों का भी जीवन जहर से भर दिया है। इनकी आग में आज भी कई जिंदगियां जल कर खाक हो रही हैं। आलम ये है कि हर जगह अपनी जरूरत के हिसाब से परंपराएं और रीति-रिवाज लोगों ने बना लिए।
लोगों को इन कुरीतियों के दरदरे पत्थरों के नीचे कुचलते और पीसते समाज की मुखालफत भी जरूरी है।
अछूत कुत्ता किताब में इन पर न केवल लेखक ने गहरी नजर डाली है बल्कि उनके खिलाफ कलम से आंदोलन खड़ा करने की कोशिश की है।
Financer
रजत कपूर अंडरवर्ल्ड का फाइनेंसर है। रजत डॉन दानिश को फाईनेंस करता है लेकिन अपने साधनों-संसाधनों का दोहन उतना ही करने देता है, जिससे किसी अवैध गतिविधि में सीधे उसका नाम न जुड़े।
रजत कपूर देश का सबसे बड़ा हीरा उद्योगपति है। विश्व के ब्लड डायमंड के सबसे बड़े खिलाड़ियों में शूमार है। सोने-चांदी की तस्करी में भी उसका हाथ है। अपनी चमकती-दमकती दुनिया बनाए व बचाए रखने के लिए उसने मायाजाल और इंद्रजाल बना रखा है।
वह माफिया की मदद से कारोबार करता है, भ्रष्ट अफसरों-नेताओं के जरिए सिस्टम में पैठ बना कर काले को सफेद में तब्दील करता है। दुनिया के हर भ्रष्ट देश में रजत की जड़ें हैं। काम निकालने और लाभ बढ़ाने के लिए ड्रग्स और स्मॉल आर्म्स तस्करी से भी परहेज नहीं रखता।
कैसे चलता है फाईनेंसरों का खेल और अंडरवर्ल्ड का खूनी संसार, इस किताब में बेपर्दा होकर सामने आता है।
Jungle City
प्राणियों के प्रति संवेदना जगाता ‘जंगल सिटी’ एक दिलचस्प नाटक है। इसमें ज़्यादातर प्राणियों के किरदार हैं।
नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली में शैक्षणिक मामलों के पूर्व डीन डॉ. (प्रो) अभिलाष पिल्लई के मुताबिक - ‘यह नाटक मनुष्यों और जानवरों के बीच संबंधों की पड़ताल करता है। इस बात पर ध्यान आकर्षित करता है कि हम जानवरों को कैसे देखते हैं और प्राणी हमें कैसे देखते हैं।
यह नाटक हमें प्रसिद्ध नाटकों और फिल्मों जैसे ‘जंगल बुक’ और ‘लायन किंग’ की मेमोरी लेन में भी ले जाता है। यह नाटक रंगमंचीय प्रयोगों, चिल्ड्रन वर्कशॉप्स के साथ स्कूल सेलिब्रेशन या वार्षिक आयोजनों के भी योग्य है’।
नाटक का लेखन जाने-पहचाने पत्रकार और लेखक श्री शकील अख़्तर ने किया है।
Underworld Bullets
E BOOK-UNDERWORLD BULLETS @ 199.00
Non Fiction book based on Mumbai Underworld true account. This book has 113 short pieces in Hindi about Mumbai Mafia. The tales of Mumbai underbelly will give you new horizon. The narrative of the book presents the facts, anecdotes and history of dark world of Mumbai. It is true account and chronicle of dark side of human history.
Racer
माफिया सिरीज की सातवीं किताब, जिसमें अंडरवर्ल्ड और देश के तमाम रेसकोर्स में सबसे बड़े और विख्यात महालक्ष्मी रेसकोर्स की जमीन पर नियंत्रण, हजारों करोड़ के जुए-सट्टे पर कब्जे लेकर मचे घमासान और अंदरूनी रहस्यों का पर्दाफाश है। राजनेता, उद्योगपति, बिल्डर, फिल्मी हस्तियां, गिरोह सरगना के झगडे में फंसते हैं गरीब और ऐसे लोग, जिनका इस दुनिया से कोई वास्ता नहीं। उपन्यास का नायक जॉकी पीसी सेठ क्या-क्या गुल खिला सकता है, उसके अंतस में झांकने की कोशिश है। रेसकोर्स की अंदरूनी राजनीति और क्लब पर नियंत्रण के होने वाली राजनीति, उसमें बने मोहरों के टकराव की खतरनाक अंदरूनी जानकारियों और सच्चे किस्सों-किरदारों से सजी किताब का नाम है - रेसर। ये तमाम नग्न सत्य का प्रकटन करता, सच्चे किरदारों से सजा विवेक अग्रवाल का उपन्यास रेसर आपको हर पल चौंकाएगा।
Duttatray Lodge
दत्तात्रय लॉज बॉलीवुड के स्ट्रगलरों की कठिन और हैरतनाक जिंदगी के तमाम पहलू समेटते चलती है। यह कहानी गोरेगांव की दत्तात्रय लॉज और उसके मैनेजर बाबू भाई के इर्दगिर्द चलती है। रुपहले परदे के पीछे की सच्चाईयां आपको हतप्रभ कर देंगी।
Non Fiction book based on life of strugglers of Bollywood. The book revolves around Duttatray Lodge of Goregaon and it’s magager Babu Bhai. The tales of shabby world of silver screens will give you spine chilling expiriance. The narrative of the book presents the facts & anecdotes of B town.
Khel Khallas
Khel Khallas
'Khel Khallas' is all about the mafias of Mumbai and the documented stories of the key characters who played an important role in it. The book has a collection of gangsters, pawns, and informers that highlights the many untold aspects of Mumbai's Mafia universe with such facts which the world is still not aware of. Also it contains information and photographs of Mumbai's infamous Mafia dons, their wives and loved ones, relatives, colleagues, their houses and bases.