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  • Author: Hafiz Khan
  • Author: Shakeel Akhtar
  • Availability: In stock

Dil hi to Hai

E BOOK-Dil Hi To Hai @ 149

100 से अधिक भावपूर्ण कविताओं का गुलदस्ता है-‘दिल ही तो है।’

शकील अख़्तर के इस कविता संग्रह में प्यार के रंग भी है और आज के हालात भी। ऐसे गीत भी हैं जो देशभक्ति का जज़्बा जगाते हैं।

मशहूर शायर स्वर्गीत डॉ.राहत इंदौरी ने अपनी समीक्षा में लिखा था -‘शकील के नज़दीक शायरी, खुली फिज़ां में सांस लेने और अनदेखी बुलंदियों में उड़ान भरने की कला है।’

चर्चित कवि गीत चतुर्वेदी लिखते हैं- ‘शकील की कविताएं दिल की बातें हैं। जो आज़ाद ख़याल ग़ज़ल, नज़्म, कविताओं और सिने गीतों की शैली में पन्नों पर उतरती हैं’।

संगीतकार अनु मलिक कहते हैं- ‘शकील अहसासों के शायर हैं, वो दिल से, रूह से कविताएं और गीत लिखते हैं।’

Price ₹300.00

Hello Sekshpeer

E BOOK-Hello Shakespear @ 149.00

‘हैलो शेक्सपियर’ एक प्रयोगधर्मी नाटक है। इसमें शेक्सपियर के लिखे 6 प्रमुख नाटकों के विशिष्ट दृश्यों को संयोजित किया गया है।

यह नाटक हैं-मैकबेथ, किंगलियर, हैमलेट, ऑथेलो, रोमियो जूलियट और जूलियस सीज़र। इनमें ज़यादातर शेक्सपियर के बेहद सफल और चर्चित ट्रैजिडी नाटकों की झलक हैं। नाटक में ख़ुद शेक्सपियर एक किरदार के रूप में मौजूद है।

वरिष्ठ रंग निर्देशक और बाल रंगमंच के विशेषज्ञ हफीज़ ख़ान की संकल्पना पर आधारित इस नाटक लेखन भारत के जाने-पहचाने लेखक-पत्रकार शकील अख़्तर ने किया है।

Price ₹249.00

Jungle City

e book - Jungle City @ 149.00

प्राणियों के प्रति संवेदना जगाता ‘जंगल सिटी’ एक दिलचस्प नाटक है। इसमें ज़्यादातर प्राणियों के किरदार हैं।

नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली में शैक्षणिक मामलों के पूर्व डीन डॉ. (प्रो) अभिलाष पिल्लई के मुताबिक - ‘यह नाटक मनुष्यों और जानवरों के बीच संबंधों की पड़ताल करता है। इस बात पर ध्यान आकर्षित करता है कि हम जानवरों को कैसे देखते हैं और प्राणी हमें कैसे देखते हैं।

यह नाटक हमें प्रसिद्ध नाटकों और फिल्मों जैसे ‘जंगल बुक’ और ‘लायन किंग’ की मेमोरी लेन में भी ले जाता है। यह नाटक रंगमंचीय प्रयोगों, चिल्ड्रन वर्कशॉप्स के साथ स्कूल सेलिब्रेशन या वार्षिक आयोजनों के भी योग्य है’।

नाटक का लेखन जाने-पहचाने पत्रकार और लेखक श्री शकील अख़्तर ने किया है।

Price ₹299.00

Monia The Great

महात्मा गांधी की 150 वीं जयंति वर्ष में उनके बचपन पर लिखा शकील अख़्तर का यह बहुप्रशंसित नाटक है।

शोध आधारित इस नाटक में महात्मा गांधी के 7 साल की उम्र से 18 साल की उम्र तक यानी 1876 से 1887 के बीच गुज़रे अहम प्रसंग हैं।

नाटक के पहले दो शोज़ नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, दिल्ली (भारत) में हुए हैं। सीनियर थिएटर डायरेक्टर हफीज़ ख़ान के निर्देशन में इन शोज़ में 23 बाल कलाकारों ने काम किया था।

एनएसडी के रजिस्ट्रार पीके मोहंती के शब्दों में, बच्चों के लिये यह प्रेरक और शिक्षाप्रद नाटक है।

हफीज़ ख़ान कहते हैं, ‘नाटक में महात्मा गांधी के बाल जीवन के वो अहम प्रसंग हैं जिन्होंने उन्हें ‘मोनिया दि ग्रेट’ बनाया।

Price ₹299.00